मंडवा जलप्रपात - Mandwa Waterfall

 

बस्तर को आमचो बस्तर – सुन्दर बस्तर ऐसे ही नहीं कहा जाता है | बस्तर संभाग के पूरे क्षेत्र को प्रकृति ने सुन्दर-सुन्दर नदियों, पहाड़ों, जलप्रपातों एवं खूबसूरत वादियों से नवाज़ा है |  


चलिए आज एक ख़ूबसूरत जलप्रपात को जानते हैं  जो कि मंडवा झरना और मंडवा जलप्रपात के नाम से प्रसिद्ध है | यह जलप्रपात जगदलपुर सिटी से लगभग 36 किलोमीटर की दुरी पर है तथा जिला बस्तर के विकासखंड तोकापाल के  ग्राम पंचायत मंडवा में स्थित है |  

मंडवा झरना का उदगम झरना के ऊपर स्थित खेतों के पानी से होता है जो कि बहते हुए लगभग 70-80 फीट ऊँचाई के जलप्रपात का निर्माण करता है | मंडवा झरना देखने से हुबहू तीरथगढ जलप्रपात के जैसा दिखता है इसलिए इसे छोटा तीरथगढ़ भी कहा जाता है | मंडवा झरना का पानी नीचे गिर कर एक कुंड में जमा होकर बहते हुए सहायक के रूप में कांगेर धारा से मिल जाती है |      


मंडवा झरना के ऊपर में एवं दोनों किनारों पर 200-300 फीट ऊँची चट्टानें हैं | यहाँ की जलधाराओं की कल-कल एवं  चिड़ियों का कलरव मनमोहक होती हैं जो कि वाकई अस्थिर मन को शांति प्रदान करती हैं | मंडवा झरना मौसमी झरना है, जो बारिश के पानी से बहती हुयी जलप्रपात का निर्माण करती है | खेतों में सिंचाई के लिए किसानों ने झरने के किनारे एक छोटा सा नहर बनाया है साथ ही झरने के पास वाच टावर का भी निर्माण किया गया गया है जहाँ से जलप्रपात का दृश्य मनमोहक होता है |

मंडवा झरना की खूबसूरती मुख्य रूप से बरसात के जुलाई महीने से दिसंबर की ठंडी तक रहती है | गर्मीं के मौसम में यह झरना धीरे-धीरे सूखने लगती है |


मंडवा जलप्रपात पहुँचने के लिए आपको जगदलपुर सिटी से 35 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी | आपको पहले जगदलपुर से गीदम मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग 63) पर स्थित ग्राम मावलीभाटा अथवा डिलमिली पहुंचना पड़ेगा जो कि राजमार्ग पर स्थित हैं | यहाँ से आपको बांयी ओर का मार्ग पकड़ना पड़ेगा जो कि ग्राम अल्वा एवं ग्राम ढोढरेपाल से होते हुए सीधे मंडवा जलप्रपात तक ले जायेगा |  राष्ट्रीय राजमार्ग 63 से मंडवा जलप्रपात की दुरी महज 5 से 6 किलोमीटर की है जहाँ पर पक्की सड़क का निर्माण भी हुआ है |

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